Brown rice kya hota hai | ब्राउन राइस और वाइट राइस में अंतर

इस आर्टिकल में ब्राउन राइस क्या होता है (Brown rice kya hota hai), ब्राउन राइस खाने के फायदे (Brown rice khane ke fayde), ब्राउन राइस के नुकसान एवं ब्राउन राइस से जुडी कुछ अन्य जानकारियों के बारे में बताया गया है

चावल का बिना रिफाइंड किया हुआ प्राकृतिक रूप ब्राउन राइस के नाम से जाना जाता है इसके भूरे रंग के कारण ही इसे ‘ब्राउन राइस’ कहा जाता है यह सफेद चावल के मुकाबले पकने में ज्यादा समय लेता है और स्वाद में भी थोड़ा अलग होता है साथ ही, सफेद चावल की तुलना में इसमें ज्यादा पोषक तत्व होते हैं, क्योंकि यह किसी रिफाइन या पॉलिश प्रक्रिया से नहीं गुजरता सिर्फ इसके ऊपर से धान के छिलके उतारे जाते हैं ब्राउन राइस खाने के फायदे ये हैं कि इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में कैलोरी मिलती है साथ ही यह फाइबर, विटामिन और मिनरल्स का एक अच्छा स्रोत हैं

ब्राउन चावल एक प्रकार का चावल होता है जो कि वाइट चावल के मुकाबले थोड़ा अलग दिखता है इसका रंग ब्राउन या अर्ध-भूरा होता है जो इसे अलग बनाता है इस चावल को प्रकृति से उत्पन्न किया जाता है जिसमें चावल के दाने के सिर से ज्यादा लेयर हटा दी जाती है जो कि इसे वाइट चावल से अलग बनाता है इस आर्टिकल में हम ब्राउन चावल के बारे में विस्तार से बात करेंगे, जैसे कि यह कैसे बनता है, इसकी खेती, इसके फायदे और नुकसान, इसकी रेसिपी और अन्य विषयों पर।

Contents

ब्राउन राइस क्या होता है | Brown rice kya hota hai| Brown rice kya hai

ब्राउन राइस एक प्रकार का चावल होता है जो कि ब्राउन कलर में होता है। यह चावल अनिवार्य रूप से धान की फसल से प्राप्त किया जाता है जो कि एक बहुमूल्य खाद्य स्रोत होती है। ब्राउन राइस उनके लिए एक अच्छा विकल्प होता है जो अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखना चाहते हैं। ब्राउन राइस शुगर और कोलेस्ट्रॉल कम करने में मददगार होता है और अन्य कई स्वास्थ्य लाभों के साथ आता है।

ब्राउन चावल कैसे बनता है | Brown rice kaise banta hai | धान से ब्राउन राइस कैसे बनता है

चावल उत्पादन के दौरान, जब चावल के दाने के अंदर की सफेद लेयर निकाल दी जाती है, तब उत्पन्न होने वाले चावल को ब्राउन चावल कहा जाता है यह चावल भी दूसरे चावलों की तरह ही उगाया जाता है लेकिन उसकी एक खासियत होती है कि इसमें सफेद लेयर नहीं होती है जिसके कारण यह अलग दिखता है।

ब्राउन राइस कैसा होता है | Brown rice kaisa hota hai

भूरे चावल पोषण विटामिन और खनिजों के साथ-साथ इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट को संतुलित करने के लिए फाइबर और प्रोटीन से भरा होता है वैज्ञानिक अध्ययनों से यह भी पता चला है कि ब्राउन राइस न्यूट्रीशन से डायबिटीज के साथ-साथ दिल की समस्याओं के विकास को कम किया जा सकता है ।

Brown rice kya hai
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ब्राउन राइस को हिंदी में क्या कहते हैं | Brown rice in hindi name

धान से जब केवल उसका बाहरी आवरण (भूसी) हटा दी जाती है तो जो दाना दिखता है उसे भूरा चावल कहते हैं इसका रंग भूरापन लिये हुए होता है क्योंकि इसमें ब्रान बचा रहता जिसका रंग भूरा होता है। ब्रान को भी हटा देने से जो चावल मिलता है वह बिल्कुल सफेद रंग का होता है और ‘सफेद चावल कहलाता है।

ब्राउन चावल के विकल्प | Brown rice options in hindi

यदि आप ब्राउन चावल को अपने आहार से निकालना चाहते हैं तो आप निम्नलिखित विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं:

  • स्वर्ण चावल: स्वर्ण चावल ब्राउन चावल के बिना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यह एक प्रकार का सफेद चावल होता है जो आसानी से उपलब्ध होता है।
  • वाइट चावल: वाइट चावल भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यह ब्राउन चावल से कम गुणवत्ता वाला होता है लेकिन इसे आसानी से उपलब्ध किया जा सकता है।
  • क्विनोआ: क्विनोआ एक सुगंधित और पोषक शाकाहारी विकल्प हो सकता है। इसमें अधिक प्रोटीन और फाइबर होता है जो आपको भूख नहीं लगने देता है।
  • मिलेट: मिलेट एक अन्य विकल्प हो सकता है। इसमें फाइबर और प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है।
  • बार्ली: बार्ली भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यह भूख को कम करने में मदद करता है और इसमें भी फाइबर और प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है।

ब्राउन राइस को भारत में क्या कहते हैं

धान की फसल में से जब उसका बाहरी छिलका उतारते हैं तो अंदर भूरे रंग का ब्रान होता है उस ब्रान के साथ ही जो चावल होता है उसे भूरा चावल कहते हैं जबकि ब्रान को हटा देने पर हमें सफेद चावल मिलता है आजकल लोग फिटनेस फ्रीक हो रहे इसलिए ब्राउन राइस काफी प्रचलन में आया है।

ब्राउन राइस की खेती | Brown rice ki kheti kaise hoti hai

ब्राउन राइस एक स्वस्थ खाद्य अनाज है और इसकी खेती आर्थिक रूप से फायदेमंद हो सकती है। यह धान के अंतर्गत आता है और इसमें अधिक मात्रा में फाइबर, प्रोटीन और विटामिन होते हैं यह उन लोगों के लिए भी एक बेहतरीन विकल्प है जो अपने खाद्य सामग्री को आपूर्ति करने के लिए संबंधित क्षेत्र में नहीं रहते हैं।

ब्राउन राइस की खेती के लिए, निम्नलिखित चरणों का पालन किया जाना चाहिए।

  • जमीन की तैयारी – ब्राउन राइस की उत्पादन में अच्छी गुणवत्ता के लिए उचित तैयारी की आवश्यकता होती है जमीन को खाद द्वारा पौष्टिक बनाया जा सकता है।
  • बीज उत्पादन-  ब्राउन राइस के लिए उचित बीज उत्पादन करना बहुत जरूरी है। उत्पादन के लिए उचित जैविक खाद और उचित समय पर जल देना आवश्यक होता है।
  • बीजों की बुवाई – ब्राउन राइस के लिए बीजों की बुवाई बहुत महत्वपूर्ण है। बुवाई के लिए समय को उचित रखना चाहिए।
  • बीज का चयन – उचित ब्राउन राइस के लिए, उचित विवरणों वाले बीजों का चयन किया जाना चाहिए। बीजों का चयन एक महत्वपूर्ण चरण है क्योंकि यह उत्पादन की गुणवत्ता पर असर डालता है।
  • उन्नत तकनीक का उपयोग –  उचित तकनीक का उपयोग करके उत्पादकता बढ़ाई जा सकती है। उन्नत तकनीक शामिल होती है जैसे कि सिंचाई प्रणाली, उर्वरक का उपयोग आदि।
  • समय और ध्यान –  खेती के दौरान, समय और ध्यान का उचित उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा, फसल के संरक्षण और खाद्य संगठन की अत्यंत जानकारी होनी चाहिए।

ब्राउन राइस और वाइट राइस में अंतर | Difference between brown rice and white rice in hindi

Brown rice options
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वाइट राइस उस चावल का नाम है जो कि पीलें रंग में उपलब्ध होता है। इसके विपरीत, ब्राउन राइस में एक खील उपस्थित होती है जो उसे ब्राउन कलर देती है ब्राउन राइस का प्रकार और उत्पादन उस क्षेत्र के मौसम और धान की विशेषताओं पर निर्भर करता है वाइट राइस ज्यादातर विश्व में उपलब्ध होता है जबकि ब्राउन राइस उत्तर अमेरिका, थाईलैंड और भारत जैसे कुछ क्षेत्रों में अधिक उत्पादित होता है।

ब्राउन चावल साबुत अनाज होता है जबकि व्हाइट राइस प्रोसेस्ड होता है जब चावल के दाने को पॉलिश किया जाता है, तो इससे चोकर और अंकुर का हिस्सा निकाल दिया जाता है चावल का अंकुरित भाग वो हिस्सा होता है जिसमें खूब सारा मिनरल और चोकर में भरपूर फाइबर होता है पॉलिश के बाद व्हाइट राइस से फाइबर, विटामिन और मिनरल्स निकल जाते हैं और जब पोषक तत्वों की बात आती है तो सफेद चावल की तुलना में ब्राउन राइस का थोड़ा फायदा होता है इसमें अधिक फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, साथ ही अधिक विटामिन और खनिज भी होते हैं।

तो दोस्तों अब आपको पता चल गया होगा की Brown rice kya hota hai तथा ब्राउन राइस कैसा होता है, ऊपर दिखाई गयी फोटो में सबसे पहला काला चावल है जिसके बारे में आप हमारा ये आर्टिकल पढ़ सकते हैं

यह भी पढ़ें – काला नमक कैसे बनता है

ब्राउन राइस खाने से क्या होता है | Brown rice khane se kya hota hai

अगर चावल आपके आहार का एक नियमित हिस्सा है, तो भूरे रंग के चावल सफेद चावल की तुलना में स्वस्थ होते हैं संतुलित आहार का हिस्सा होने पर, प्रतिदिन ब्राउन राइस खाने से आपको फाइबर, बी विटामिन और मैग्नीशियम सहित कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।

सफेद चावल में मौजूद फोलेट या फोलिक एसिड शरीर के लिए अच्छा होता है लेकिन ब्राउन राइस में फोलिक एसिड की काफी कमी होती है ऐसे में इसके सेवन से शरीर को जरूरी फोलिक एसिड नहीं मिल पाता गर्भवती महिलाओं के लिए फोलेट काफी जरूरी होता है, इसलिए ऐसी महिलाएं ब्राउन राइस का सेवन न करें तो बेहतर होगा।

क्या ब्राउन राइस शुगर फ्री होता है | Kya brown rice sugar free hota hai

ब्राउन राइस में सफेद चावल की तुलना में अधिक फाइबर मौजूद होता है इसलिए शुगर कंट्रोल करने के लिए ब्राउन राइस का सेवन फायदेमंद है हालांकि सफेद चावल और ब्राउन चावल की कार्बोहाइड्रेट मात्रा में ज्यादा अंतर नहीं है।

ब्राउन राइस कैसे बनाये | Brown rice kaise banate hain

ब्राउन राइस को बनाने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें-

ब्राउन राइस बनाने की सामग्री:

  • एक कप   –    ब्राउन राइस
  • दो कप    –   पानी
  • एक छोटी चम्मच    –   नमक (वैकल्पिक)

ब्राउन राइस बनाने की विधि (Brown rice banane ki vidhi)

  • ब्राउन राइस को धो लें और इसे 15-20 मिनट के लिए पानी में भिगो दें।
  • भीगे हुए चावल को छानकर अच्छी तरह से धो लें।
  • अब एक पैन को गैस पर मध्यम आँच पर रखें और उसमें चावल डालें।
  • चावल को तब तक तलें जब तक वह सुखा न हो जाए।
  • अब एक भरी पतीले में 2 कप पानी और छोटी चम्मच नमक डालें।
  • पानी को उबाल आने तक गरम करें।
  • अब उबलते पानी में तला हुआ चावल डालें और इसे 20-25 मिनट तक पकाये।
  • पकने के दौरान एक चम्मचे में चावल लेकर मसल कर चेक करते रहे पकने के बाद गैस ऑफ कर दे और बच्चे हुए पानी को छान कर अलग कर दे।
  • और चावल को एक प्लेट में फैला के रख दे।
  • अब आपका ब्राउन राइस तैयार है इसे सब्जी, दाल और सलाद के साथ सर्विंग कर सकते हैं।

ब्राउन राइस खाने के फायदे और नुकसान | Brown rice khane ke fayde aur nuksan

ब्राउन राइस आयुर्वेद और आहार विज्ञान में एक स्वस्थ अनाज माना जाता है। यह अंकुरित धान्य का एक विशेष प्रकार होता है जिसमें धान्य के संबंधित बीज का सफेद भाग नहीं होता है। यह ब्राउन या भूरा रंग का होता है चलिए बात करते है ब्राउन राइस के फायदों और नुकसान के बारे में – 

ब्राउन राइस के फायदे | Brown rice khane ke fayde | Brown rice benefits in hindi

कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए वाइट राइस की तुलना में ब्राउन राइस को ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. असल में ब्राउन राइस में मौजूद फाइबर कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है. डायबिटीज के रोगियों को ब्राउन राइस खाने की सलाह दी जाती है आईये जानते है ब्राउन राइस खाने के फायदे के बारे में- 

  • वजन घटाने में मददगार होता है इसमें फाइबर की अधिक मात्रा होती है जो भोजन को पचाने में मदद करती है और सेहत के लिए उपयोगी होती है।
  • ब्राउन राइस अधिक मात्रा में आयरन, विटामिन बी, थायमिन और नियासिन जैसे पोषक तत्वों का स्रोत होता है।
  • इसमें विटामिन ई और बी-कॉम्प्लेक्स का अच्छा स्रोत होता है जो शरीर के लिए उपयोगी होते हैं।
  • ब्राउन राइस कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मददगार होता है।
  • इसमें अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर के लिए बहुत उपयोगी होते हैं।

ब्राउन राइस के नुकसान | Brown rice khane ke nuksan | Brown rice side effects in hindi

ब्राउन राइस एक स्वस्थ खाद्य पदार्थ है जो अनेक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, लेकिन अधिक मात्रा में खाने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। यहाँ बताए गए कुछ नुकसान हैं:

  • उच्च आयरन स्तर-  ब्राउन राइस उच्च आयरन स्तर के कारण खून का गड़बड़ हो सकता है। अधिक आयरन शरीर में जमा होकर जोड़ों और अन्य अंगों में जमा हो सकता है, जिससे इन अंगों में दर्द या दुर्बलता हो सकती है।
  • उच्च कैलोरी मात्रा-  ब्राउन राइस उच्च कैलोरी मात्रा के कारण आपके वजन को बढ़ा सकता है। अधिक कैलोरी लेने से आपके शरीर में अतिरिक्त वसा जमा हो सकती है जो बढ़ते वजन का कारण बनता है।
  • उच्च आयोडिन स्तर-  ब्राउन राइस उच्च आयोडिन स्तर का कारण बनता है। अधिक आयोडिन शरीर में जमा हो सकता है, जो थायरॉइड संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है।
  • फाइटिक एसिड –   ब्राउन राइस में फाइटिक एसिड होता है, जो खनिजों को अवशोषण करने में कुछ कठिनाइयों का कारण बन सकता है। 
Brown rice ke fayde aur nuksan

ब्राउन राइस से सम्बंधित पूछे जाने वाले सवाल

दोस्तों यहाँ कुछ ब्राउन राइस से सम्बंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब दिए गये हैं जिन्हें आप पढ़ सकते हैं

Q. ब्राउन राइस से आपका क्या मतलब है

ब्राउन राइस एक प्रकार का चावल है जो सफेद चावल की तुलना में अधिक गुणवत्ता वाला होता है। इसमें अधिक पोषक तत्व और फाइबर होती है जो आपके शरीर के लिए बेहद लाभदायक होते हैं। यह एक स्वस्थ आहार का अंग हो सकता है जो आपकी भूख को कम करता है, मधुमेह और हृदय रोग के खतरों को कम करता है और साथ ही आपके शरीर के अन्य कई स्वास्थ्य संबंधी लाभ प्रदान करता है।

Q.ब्राउन राइस को हिंदी में क्या कहते हैं?

ब्राउन राइस को हिंदी में ‘भूरे चावल’ कहते हैं।

Q. ब्राउन राइस कब खाना चाहिए?

ब्राउन राइस को कभी भी खा सकते हैं, यह आपके आहार योजना और खाद्य पसंद के अनुसार होता है।

Q.ब्राउन राइस इतना महंगा क्यों है?

ब्राउन राइस, चोकर की परत में तेल की थोड़ी मात्रा के कारण, सफेद चावल की तुलना में कम शेल्फ लाइफ रखता है। इससे ब्राउन राइस अधिक महंगा हो जाता है क्योंकि परिवहन और भंडारण के दौरान ब्राउन राइस की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए अधिक संसाधनों की आवश्यकता होती है आपको ये चावल 89 रुपये किलों तक पड़ सकता है।

Q.ब्राउन या व्हाइट राइस बेहतर क्या है?

ब्राउन राइस व्हाइट राइस से बेहतर होता है क्योंकि इसमें अधिक पोषण और फाइबर होता है जो हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।

Q.क्या रोजाना ब्राउन राइस खाना ठीक है?

नहीं, ब्राउन राइस को रोज खाना ठीक नहीं है, क्योंकि ब्राउन राइस को रोज खाने से आपके शरीर में आर्सेनिक की मात्रा बढ़ सकती है।

Q.कौन सा चावल स्वास्थ्य के लिए अच्छा है?

ब्राउन चावल, रेड चावल, जीरा राइस, बासमती चावल, और वाइल्ड राइस आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे होते हैं।

Q.ब्राउन राइस कब्ज के लिए अच्छा है?

ब्राउन राइस कब्ज के लिए अच्छा होता है क्योंकि इसमें फाइबर की अधिक मात्रा होती है जो अपच और कब्ज से निजात पाने में मदद करती है।

Q.क्या चावल से आपका पेट मोटा होता है?

नहीं, चावल खाने से आपका पेट मोटा नहीं होता है। चावल एक संतुलित आहार का एक हिस्सा है जो भोजन में प्रत्येक वर्ग के लोग द्वारा सेवन किया जाता है। यह ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत होता है जो आपके शरीर को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है।

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