Vinegar in hindi | विनेगर क्या होता है | Sirka kya hota hai

इस आर्टिकल में सिरका क्या होता है (Sirka kya hota hai), विनेगर क्या होता है (Vinegar in hindi), एवं सिरके से जुड़ी अन्य जानकारियाँ दी गयी हैं

विनेगर को हिंदी में ‘सिरका’ भी कहा जाता है और यह एक ऐसी सामग्री है जो हमारी रसोई में आसानी से मिल जाती है। हम अक्सर मसालों, ड्राय फ्रूट, बीज, दही, दूध आदि का उपयोग खाने के स्वादिष्ट बनाने के लिए करते हैं लेकिन इन सभी में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व अधिकतर आयुर्वेदिक औषधियों में भी मिलते हैं। इसलिए, रसोई में पाए जाने वाले तत्वों का उपयोग न केवल खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है, बल्कि ये हमारे स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकते हैं।

विनेगर या सिरका एक ऐसा गुणवत्ता से भरपूर पदार्थ है जिसमें एसिडिक तत्व पाए जाते हैं। यह गुणवत्ता विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। इसके अलावा, सिरका शरीर के आंतरिक प्रणालियों को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है जिससे हमारी डाइजेशन मजबूत होता है गुड़कारी तत्व है Vinegar (सिरका)। सिरका का इस्तेमाल आपने अधिकतर व्यंजनों को स्वादिष्ट बनाने के लिए ही किया होगा लेकिन आपने कभी यह नहीं सोचा होगा की इससे स्वास्थ्य सम्बन्धी कई लाभ भी हो सकते हैं।

Sirka kya hota h | विनेगर क्या होता है | Vinegar kya hota hai

सिरका क्या होता है – सिरका एक तरल पदार्थ है जो एसिटिक एसिड बैक्टीरिया द्वारा इथेनॉल के Fermentation के माध्यम से उत्पादित किया जाता है। यह फ्रांसीसी शब्द Vin और aigre से मिलकर बना है जिसका मतलब होता है ‘sour wine’ अर्थात खट्टी शराब। इसके अलावा, सिरका में कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, पोटाशियम, जिंक, सोडियम जैसे अनेक गुणकारी तत्व पाए जाते हैं। यह एंटीफंगल, एंटीइम्फ्लिमेंट्री और एंटीऑक्सडेंट गुणों से भरपूर होता है।

सिरका एक यूनिक सी विधि द्वारा तैयार किया जाता है और इसका उपयोग न केवल स्वाद बल्कि रासायनिक गुणों के लिए भी किया जाता है। इसके एसिडिक एसिड शरीर के लिए एक दवा की भांति कार्य करता है आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको सिरके के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।

तो हम उम्मीद करते हैं की आपको पता लग गया हो की (Sirka kya hota hai) सिरका क्या होता है

विनेगर को हिंदी में क्या कहते हैं | vinegar meaning in hindi

Vinegar in hindi – सिरका एक तरल पदार्थ होता है जो वाइन या माल्ट से उत्पन्न एसिटिक अम्ल द्वारा खट्टा बनाया जाता है। यह खाने में आनंदित तेज स्वाद देता है और सलाद ड्रेसिंग आदि के निर्माण में उपयोग किया जाता है। सिरका को हिंदी में सिरका और रासायनिक रूप से ऐसिटिक अम्ल के नाम से जाना जाता है। इसके अतिरिक्त, सिरका में कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, पोटाशियम, जिंक, सोडियम जैसे विभिन्न खनिज तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा, इसमें एंटीफंगल, एंटीइन्फ्लामेट्री और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं।

vinegar in hindi Vinegar kya hota hai
Image by Freepik

सिरका कितने प्रकार का होता है  |  Sirka kitne prakar ka hota hai

सिरका काई प्रकार के होते है नीचे हम आपको सिरके के प्रकार और उनके बारे में कुछ बाते बतायेगे।

सिरका के प्रकार | Types of Vinegar in Hindi

यहाँ पर 6 प्रकार के सिरके के बारे में बताया गया है।

1. सेब का सिरका | Apple Cider Vinegar

सेब सिरका को एप्पल साइडर विनेगर के नाम से जाना है जो अमेरिकी सीब से निर्मित होता है। यह उत्तम गुणवत्ता वाला सिरका होता है जिसे अमला, स्वास्थ्य और खाने के उपयोग के लिए इस्तेमाल किया जाता है यह भारत में अन्य सिरका की तुलना में अधिक प्रचलित है। एप्पल साइडर विनेगर का रंग हल्का पीला होता है।

2. सफ़ेद सिरका | White Vinegar

सफ़ेद सिरका कोडिस्टिल्ड विनेगर और वर्जिन विनेगर नाम से भी जाना जाता है सफेद सिरका, जिसे अंग्रेजी में White Vinegar कहा जाता है, एक प्रकार का सिरका है जो कि उत्पादित होता है शक्कर या आलू भूसी से। इसे आमतौर पर सफाई के उपयोगों के लिए और व्यंजनों को अधिक टेस्टी बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है  इस प्रकार के सिरका का उपयोग मुख्य्तः दवा प्रयोगशालाओं में सफाई उपकरण में एवं चाइनीज़ व्यंजनों में किया जाता है।

3. बैलसेमिक सिरका | Balsamic Vinegar

बैलसेमिक सिरका अंगूर से तैयार किया जाने वाला सिरका होता है जिसका रंग डार्क ब्राउन होता है। यही वजह है कि बैलसेमिक सिरका को डार्क ब्राउन सिरका के नाम से भी जाना जाता है बैलसेमिक सिरका को विभिन्न व्यंजनों जैसे सलाद, स्टीक आदि को स्वादिष्ट बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

4. चावल सिरका | Rice Vinegar

चावल के सिरका का उपयोग एशियाई देशों में अधिक किया जाता है चावल सिरका, जिसे अंग्रेजी में Rice Vinegar कहा जाता है, एक प्रकार का सिरका है जो कि चावल से बनाया जाता है चावल सिरका मुख्य रूप से काले, सफ़ेद और लाल तीन प्रकार के रंगों में पाया जाता है। यह एशियाई व्यंजनों को स्वादिष्ट बनाने के लिए अधिक उपयोग में आता है।

5. माल्ट सिरका | Malt Vinegar

माल्ट सिरका का निर्माण बीयर से किया जाता है इसलिए इसका रंग गोल्डन होता है। इस प्रकार का सिरका जर्मनी और नीदरलैण्ड में अधिक प्रचलित है एवं माल्ट सिरका का स्वाद तीखा होता है।

6. नारियल का सिरका | Coconut Vinegar

यह सिरका नारियल से बना होता है इसलिए इसे कोकोनट विनेगर भी कहा जाता है। इसका उपयोग दक्षिण भारतीय व्यंजनों को बनाने में किया जाता है। नारियल का सिरका थाई भोजन जैसे कि थाई करी में फ्लेवर ऐड करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। 

यह भी पढ़ें- अजवाइन: उपयोग, लाभ और दुष्प्रभाव

विनेगर कैसे बनाते हैं

सिरका एक ऐसा उपयोगी पदार्थ है, जिसे खाद्य पदार्थों को सजाने और बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसमें एक प्रमुख घटक होता है जो एसिटिक एसिड नाम से जाना जाता है। यह एक तेज एसिड होता है जो खाद्य पदार्थों, जैसे फल, शकरकंद और शराब के खमीरीकरण से उत्पन्न होता है। एसिटिक एसिड बैक्टीरिया द्वारा उत्पन्न किया जाता है, जो हमारे शरीर में भी मौजूद होते हैं। इसलिए, इसे हम अपने खाने को पचाने के लिए भी उत्पन्न करते हैं।

सिरका में एसिटिक एसिड की मात्रा 5 से 20 फीसदी तक होती है और इसमें पानी और फ्लेवर भी शामिल होते हैं। सिरका को विभिन्न तरीकों से उपयोग में लाया जाता है, जैसे खाद्य स्वादिष्ट बनाने, सजाने या स्वास्थ्य सम्बन्धी लाभ प्राप्त करने के लिए।

विनेगर कहां मिलता है

यीस्ट पौधों के भोजन जैसे फल, साबुत अनाज, आलू या चावल से किसी भी तरल परिष्कृत करता है। इस परिष्कृत शराब में अल्कोहल उत्पन्न होता है। उसके बाद, यह अल्कोहल को एसिटिक एसिड बैक्टीरिया एसिटोबैक्टर के संपर्क में लाता है, जो इसे सिरका में रूपांतरित करता है। सिरका आसानी से किसी भी किराने की दुकान में उपलब्ध होता है, और इसे घर पर भी बनाया जा सकता है।

सिरका का संगठन व उपयोग बताइए  |  विनेगर के उपयोग  |  Vinegar uses in hindi

Uses of vinegar in hindi – सिरके का पीएच मान (pH value) प्रायः 2.4 से 3.4 होता है। भोजन में प्रयुक्त सिरके में प्रायः ४% से ८% तक एसेटिक अम्ल होता है। सिरका का घनत्व लगभग 0.96 g/mL होता है। घनत्व का स्तर सिरके की अम्लता पर निर्भर करता है।

सिरका एक ऐसा तरल पदार्थ है जिसका इस्तेमाल आप कई प्रकार से कर सकते हैं। तो आइये जानते हैं कि सिरका का उपयोग किन किन चीजों में हो सकता है।

1. सिरका का इस्तेमाल आप केक में कर सकते हैं।

2. सलाद में डालकर आप सिरका का उपयोग कर सकते हैं ।

3. सादा पानी के साथ सिरका का इस्तेमाल कर सकते हैं।

4. शहद के साथ साथ आप सिरका का उपयोग कर सकते हैं।

5. आचार में विनेगर का उपयोग कर सकते हैं।

6. बिस्कुट बनाने के लिए आप सिरका का इस्तेमाल कर सकते हैं।

7. दाल या सब्जी में डालकर भी आप सिरका का उपयोग कर सकते हैं।

8. फेस पर ग्लो लाने के लिए स्प्रे के रूप में आप सिरका का इस्तेमाल कर सकते हैं।

9. बालों को मुलायम बनाने के लिए बाथ टब में सिरका डालकर आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

10. शरीर को तरोताजा रखने के लिए आप सिरका का इस्तेमाल नहाने के पानी में डालकर भी कर सकते हैं।

11. नींबू की शिकंजी का स्वाद बढ़ाने के लिए आप शिकंजी में सिरका डालकर इस्तेमाल कर सकते हैं।

12. फेस वॉश के रूप में आप सिरका का उपयोग कर सकते हैं।

13. घर या ऑफिस के दरवाजे, खिड़कियां, कांच साफ़ करने के लिए आप सिरका का इस्तेमाल कर सकते हैं।

14. उबटन में मिलाकर आप सिरका का इस्तेमाल कर सकते हैं। सिरका का इस्तेमाल इस प्रकार से करने से चेहरे के दाग धब्बे दूर होते हैं एवं चेहरे पर निखार आता है।

सिरका का सूत्र | Sirka ka formula|  sirka mein kaun sa aml paya jata hai

vinegar ka chemical formula – सिरके में एसिटिक अम्ल पाया जाता है। इसे इथेनोइक अम्ल के रूप में भी जाना जाता है। यह एक बेरंग तरल है जिसमें एक मजबूत, तीखा और खट्टा गंध होता है इसका रासायनिक सूत्र C2H4O2 है।

सिरका का Ph मान | Sirka ka ph man

“सिरका का pH” का अर्थ होता है कि सिरके में अम्ल की मात्रा कितनी होगी जितना ज्यादा ph का मान होगा सिरका उतना ही तेज़ होगा । सिरका का pH लगभग 2.4 से 3.4 तक होता है।

यह भी पढ़ें- बेकिंग सोडा और बेकिंग पाउडर में अंतर

सिरका के फायदे और नुकसान | Sirke ke fayde aur nuksan

सिरका एक प्राचीन औषधि है जो पुराने समय में यूरोपीय और अन्य देशों में दवा के रूप में उपयोग किया जाता था। आज भी सिरका का उपयोग कई रोगों को ठीक करने के लिए किया जाता है। यह रोगों को ठीक करने के साथ-साथ शरीर को स्वस्थ रखने में भी मददगार होता है।

सिरके के लाभों के बारे में जानकारी के अभाव में बहुत से लोग इसके फायदों से वाकिफ नहीं हैं। इसलिए, इस आर्टिकल में हम आपको सिरके से होने वाले चमत्कारी फायदों के बारे में विस्तार से बताएंगे इसके अलावा कुछ नुकसानो के बारे में भी बतायेगे।

सिरके के फायदे  |  Sirka peene ke fayde | Benefits of Vinegar in Hindi

सिरके के फायदे बहुत से होते हैं और इसका उपयोग विभिन्न समस्याओं के इलाज में किया जाता है। सिरके में मौजूद एसिड और एंटीबैक्टीरियल गुण शरीर को कई समस्याओं से निपटने में मदद करते हैं। यहां हम आपको कुछ सिरके के उपयोगों के बारे में बता रहे हैं।

1. डायबिटीज में मददगार | Diabetes me sirka peene ke fayde

सिरके का उपयोग डायबिटीज के रोगियों के लिए लाभकारी हो सकता है। इसमें मौजूद एसिटिक एसिड शरीर में इंसुलिन के प्रभाव को सक्रीय करता है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह एक शोध द्वारा भी पुष्टि किया गया है। इसलिए, सिरके के उपयोग से डायबिटीज की समस्या को दूर करने में मदद मिल सकती है।

2. वजन घटाने में

सिरका आपके वजन घटाने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद एसिड आपके मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाकर आपके वजन कम करने में मदद करता है।

3. कोलेस्ट्रोल घटाए

सिरके में पाए जाने वाले एसिटिक एसिड के कारण उसका सेवन मोटापा और हाई बीपी की समस्या को दूर करने में मददगार हो सकता है। इसके अलावा, सिरके में पाए जाने वाले और भी तत्व हैं जो कैल्शियम का अवशोषण करते हैं और कोलेस्ट्रोल और ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा को भी नियंत्रित करने में सक्षम होते हैं। इसलिए, सिरके का सेवन करने से कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करने में भी मदद मिल सकती है।

4. बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोके

बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकने के लिए बांस के सिरका का उपयोग लाभकारी हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, बांस के सिरके में एक खास तत्व क्रेयसोल (Creosol-फेनोलिक यौगिक का एक प्रकार) पाया जाता है। यह तत्व एंटीएजिंग (बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकने वाला) प्रभाव प्रदर्शित करता है। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि सिरके का सेवन बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकने में मददगार साबित हो सकता है  हालांकि, इस विषय में सीधे तौर पर शोध काफी  सीमित है और बढ़ती उम्र के प्रभावों पर सिरके के उपयोग से जुड़े शोध की आवश्यकता है।

5. दिल का रखे ख्याल

लेख में आपको पहले ही बताया जा चुका है कि सिरका शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा को नियंत्रित करता है। साथ ही ब्लड शुगर को भी कम करने में सहायक माना जाता है। यह दोनों ही स्थिति दिल से संबंधित समस्याओं को बढ़ाने का काम करती हैं। वहीं, इस संबंध में किए गए एक शोध से इस बात की पुष्टि होती है कि सिरका का उपयोग एथेरोस्क्लेरोसिस (आर्टरी वाल में फैट, कोलेस्ट्रॉल का जमना और धमनियों का सिकुड़ना) की समस्या को दूर करने में भी लाभकारी साबित होता है  एथेरोस्क्लेरोसिस एक ऐसी समस्या है, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ाने के साथ-साथ हार्ट अटैक का भी कारण बनती है।

यह भी पढ़ें- सेब का सिरका घर पर कैसे बनाएं तथा इसके 5 चमत्कारी फायदे

6. अल्जाइमर में दिलाए राहत

बढ़ती उम्र के प्रभाव और सिरके से संबंधित एक शोध में इस बात की पुष्टि की गई कि सिरके में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो एडवांस ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट्स (AGEs) की प्रक्रिया को रोकने का कार्य करते हैं। AGEs प्रक्रिया में विषैले पदार्थ प्रोटीन या लिपिड के साथ मिल जाते हैं और उम्र से पहले बुढ़ापे के लक्षणों को प्रदर्शित करते हैं। अल्जाइमर की समस्या भी बढ़ती उम्र का ही एक प्रभाव है।

इस कारण ऐसा माना जा सकता है कि सिरका का उपयोग अल्जाइमर की समस्या में भी लाभकारी सिद्ध होता है । ऐसे में अल्जाइमर की समस्या से बचाव के लिए अल्जाइमर की समस्या को बढ़ावा देने वाले खाद्यों के साथ सिरकों को मिलाकर लेना फायदेमंद हो सकता है

7. किडनी की पथरी की समस्या से बचाव

किडनी से संबंधित समस्याओं को दूर करने में भी सिरका फायदेमंद साबित हो सकता है। बताया जाता है कि सिरके में एंटी-नेफ्रोलिथियासिस (किडनी की पथरी को रोकने वाला) प्रभाव पाया जाता है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि सिरके के लाभ में किडनी संबंधित समस्याओं से छुटकारा भी शामिल है। सिर्फ किड्नी ही नहीं, बल्कि वहीं दूसरी ओर एक अन्य शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि सेब के सिरके में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो ऑक्सीकरण के कारण होने वाले लिवर संबंधी जोखिमों को दूर करने में भी सहायक हो सकते हैं  ऐसे में यह किड्नी और लिवर दोनों के लिए उपयोगी हो सकता है।

8.  हाइपरटेंशन में सिरके के लाभ

सिरका हाइपरटेंशन की समस्या से छुटकारा पाने का एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। दरअसल, सिरके में एंटी-हाइपरटेंसिव गुण पाए जाते हैं। इस कारण यह ब्लड प्रेशर की दोनों स्थितियों सिस्टोलिक और डायस्टोलिक पर प्रभावकारी परिणाम प्रदर्शित करने में सक्षम है। इस कारण ऐसा माना जा सकता है कि सिरका का उपयोग हाइपरटेंशन की समस्या से जूझ रहे व्यक्ति को राहत दिलाने में कारगर साबित हो सकता है

9. कैंसर से करता है बचाव

सिरके का उपयोग कैंसर जैसी गंभीर समस्या में भी लाभकारी माना जाता है। दरअसल, इस संबंध में किए गए एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि एन-नाइट्रोसो-कंपाउंड (N-nitroso-compound) मानव शरीर में ट्यूमर और कैंसर का कारण बनता है। वहीं, सिरके में मौजूद औषधीय गुण इस कंपाउंड के प्रभाव को कम करने में सहायक साबित होते हैं। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि सिरके का उपयोग कैंसर के जोखिमों को भी कम करने में मददगार साबित हो सकता है

10. मुंह के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी

सिरके के लाभ में से एक है, मुंह के स्वास्थ्य को बनाए रखना। यह मुंह में मौजूद सभी कीटाणुओं को नष्ट करता है। साथ ही दांतों पर कैविटी जमने से भी रोकता है । इस कारण इसे संपूर्ण मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखने का एक बेहतर विकल्प माना जा सकता है।

यह भी पढ़ें- गन्ने का सिरका बनाने की विधि, फायदे और नुकसान

 11. फटी एड़ियों में सिरके के लाभ

अगर आप फटी एड़ियों की समस्या से परेशान हैं, तो सिरके का इस्तेमाल आपके लिए काफी लाभकारी साबित हो सकता है। एथिलीट फुट (पैरों से संबंधित इन्फेक्शन) में सिरका घरेलू उपचार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। एड़ियों का फटना भी एथिलीट फुट का ही एक लक्षण है। इस कारण यह माना जा सकता है कि सिरके का उपयोग इस समस्या को दूर करने में भी लाभकारी साबित हो सकता है हालांकि, इस संबंध में अभी और अधिक शोध की आवश्यकता है।

12.  पैरों की बदबू दूर करने में सहायक

लंबे समय तक जूते पहने रहने की वजह से कई लोगों के पैरों से बदबू आने लगती है। इस समस्या को दूर करने के लिए सेब के सिरके का उपयोग एक घरेलू उपचार के तौर पर किया जा सकता है। इसमें क्लीजनिंग (बैक्टीरिया की सफाई) गुण पाए जाते हैं, जो शरीर पर पनपने वाले बैक्टीरिया को नष्ट करते हैं और शरीर की दुर्गन्ध को भी दूर करने में सहायक माने जाते हैं। इसका इस्तेमाल कई सिरका क्लीनिंग सॉल्यूशन में किया जाता है। सिरका त्वचा के लिए भी उपयोगी हो सकता है

13. सनबर्न को करता है ठीक

सिरके और त्वचा से संबंधित एक शोध में यह पाया गया कि सिरके में बर्निंग प्रभाव मौजूद होता है, जो कीड़ों के जहर और सनबर्न की समस्या को दूर करने में कारगर साबित होता है। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि सनबर्न की समस्या में सिरका से घरेलू उपचार असरदार भूमिका निभा सकता है

14. मुंहासों से दिलाए छुटकारा

सेब का सिरका मुंहासों की समस्या से परेशान लोगों के लिए एक बेहतरीन औषधि साबित हो सकता है। दरअसल, सेब के सिरके में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। इस गुण के कारण यह त्वचा पर मुंहासे पैदा करने वाले जीवाणुओं को नष्ट कर इस समस्या से छुटकारा दिलाने में सहायक साबित हो सकता है।

15. स्किन पिगमेंटेशन को करता है ठीक

सेब का सिरका स्किन पिगमेंटेशन को ठीक करने में सहायक भूमिका निभा सकता है। इसमें मैलिक और लैक्टिक एसिड पाए जाते हैं। इन दोनों की मौजूदगी के कारण सिरका त्वचा को मुलायम बनाता है और त्वचा का पीएच संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा, सिरका त्वचा से मृत कोशिकाओं को हटाने और त्वचा पर पड़े लाल धब्बों को दूर करने का काम करता है।

यह भी पढ़ें- जामुन के सिरके के फायदे और नुकसान

16. शरीर की दुर्गन्ध को दूर करने में सहायक

लेख में आपको पहले भी बताया जा चुका है कि सिरके में क्लीजनिंग (बैक्टीरिया की सफाई) करने वाले गुण पाए जाते हैं। यही बैक्टीरिया शरीर में दुर्गन्ध का कारण बनते हैं। ऐसे में सिरके का उपयोग काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है  इस समस्या में सिरका से घरेलू उपचार के लिए बाथ टब के पानी में एक कप सिरका मिला लें। उसके बाद 10 से 15 मिनट उसी पानी में रहे। उसके बाद साफ पानी से नहा लें। इस तरह शरीर से आने वाली दुर्गन्ध चली जाएगी।

17.  बालों के लिए सिरके के लाभ | Baalon me sirke ke fayde

सेब का सिरका बालों के लिए कंडीशनर की तरह काम करता है। सालों से सिरके का उपयोग बालों और स्कैल्प के लिए घरेलू उपाय के तौर पर किया जाता रहा है  बालों के लिए सिरके के उपयोग से जुड़े वैज्ञानिक शोध की आवश्यकता है।  हालांकि, लोगों का मानना है कि सिरके से बाल स्वस्थ और कंडीशन हो सकते हैं।

18. पेट संबंधी समस्याओं में: सिरका पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। इसमें मौजूद ऑक्सालिक एसिड, गैलिक एसिड गैस और कब्ज को दूर करने में मदद करते हैं।

19. रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में: सिरके में मौजूद एसिड शरीर में शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है। इसलिए अगर आपका रक्त शर्करा बढ़ा हुआ है तो आप सिरके का उपयोग कर सकते हैं।

20. सिरदर्द और माइग्रेन में: सिरके का उपयोग सिरदर्द और माइग्रेन में भी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। सिरके में मौजूद एसिड और एंटीबैक्टीरियल गुण दर्द को कम करने में मदद करते हैं। सिरके को पानी के साथ मिश्रित करके और फिर इस मिश्रण को रूई से बनी फूंकी में भरकर सिर पर रखें। इससे आपको सिरदर्द और माइग्रेन से राहत मिल सकती है।

21. खांसी और सर्दी में: सिरके में मौजूद एसिड खांसी और सर्दी से छुटकारा पाने में मदद करता है। आप एक कप गर्म पानी में दो चम्मच सिरके और एक चम्मच शहद मिलाकर पी सकते हैं। इससे आपको खांसी और सर्दी से आराम मिल सकता है।

22. जुकाम में: सिरका जुकाम से राहत पाने में भी मदद करता है। इससे आप अपने नाक से बंद हुए मुंह को खोल सकते हैं। आप एक कप गर्म पानी में दो चम्मच सिरके और एक चम्मच शहद मिलाकर पी सकते हैं।

इतने ही नहीं, सिरके का उपयोग बालों की सेहत को बेहतर बनाने, त्वचा की समस्याओं को दूर करने और सामान्य स्वास्थ्य को सुधारने में भी किया जाता है।

सिरका के फायदे और नुकसान

सिरके के नुकसान | Side Effects of Vinegar in Hindi | Sirka peene ke nuksan

Sirke ke nuksan – अगर सिरके का उपयोग सही ढंग से नहीं किया जाता है, तो इससे नुकसान हो सकता है कुछ बिन्दुओं की सहायता से सिरके से होने वाले नुकसानों के बारे में जानें।

  • सिरके को बाहरी उपयोग के लिए पानी में मिलाकर ही इस्तेमाल करना चाहिए। इसमें अधिक अम्लता होने से त्वचा पर जलन का अहसास हो सकता है।
  • सिरके का अधिक उपयोग पेट में जलन और एसिडिटी की समस्या पैदा कर सकता है।
  • गर्भावस्था के दौरान सिरके का उपयोग करने से पहले चिकित्सक की सलाह लेना जरूरी है।
  • सिरके के इस्तेमाल के बाद त्वचा पर परफ्यूम या डिओड्रेंट लगाने से बचना चाहिए। यह एलर्जी का कारण बन सकता है।
  • इसलिए, सिरके का उपयोग सही मात्रा में और सही ढंग से करना चाहिए।

सिरका आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। यह आपकी सेहत के लिए अनेक तरह से उपयोगी होता है। आपने अच्छी तरह से समझ लिया होगा कि सिरके के पौष्टिक तत्व क्या होते हैं और कैसे इसका उपयोग आपके लिए फायदेमंद हो सकता है आपको इसके पौष्टिक तत्वों के बारे में भी विस्तार से बताया जा चुका है वहीं, इसके इस्तेमाल के दौरान किन सावधानियों का ध्यान रखना है, इस संबंध में भी पूरी जानकारी दी जा चुकी है

ऐसे में अगर आप सिरके को प्रयोग करने की सोच रहे हैं, तो बेहतर होगा कि आर्टिकल में दी गई सभी जानकारियों को पढ़कर सिरके के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में पहले अच्छे से जान लें उसके बाद ही उन्हें इस्तेमाल में लाएं आशा करते हैं कि यह लेख आपकी कई समस्याओं को हल करने में मददगार साबित होगा।

यह भी पढ़ें- मेथी पाउडर के फायदे और नुकसान

सिरका से सम्बंधित पूछे जाने वाले सवाल

Q. सिरका पीने से क्या लाभ होता है?

सिरका का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद होता है इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो आपके शरीर को मुख्य रोगों से बचाते हैं। सिरके में एसिडिटी होने के कारण यह आपके पाचन प्रक्रिया को सुधारता है और साथ ही आपके रक्तचाप को नियंत्रित करता है। सिरके का सेवन वजन कम करने में भी मददगार हो सकता है। इसके अलावा, सिरका आपकी त्वचा, बाल और नाखूनों को स्वस्थ रखने में भी मददगार होता है।

Q.विनेगर का उपयोग कैसे किया जाता है?

विनेगर को खाने में या सलाद ड्रेसिंग में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह तो प्रत्येक घर में मौजूद होता है और उसे सब्जियों और सलाद में ड्रेसिंग के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। विनेगर का उपयोग भीने हुए चावल और खाने के बनावटों में उपयोग किया जाता है।

Q.सिरका पीने के दुष्प्रभाव क्या हैं?

सिरके के पीने के कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं। अधिक मात्रा में सिरके का सेवन करने से पेट में जलन, उलटी, चक्कर आना, और बढ़ती हुई एसिडिटी हो सकती है। अगर आपके पास पीट या इंटेस्टाइन के रोग हैं, तो आपको सिरके का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

Q. क्या खाली पेट सिरके का पानी पी सकते हैं?

हां, आप खाली पेट सिरके का पानी पी सकते हैं, लेकिन इससे पहले सिरके को अच्छी तरह से पतला करें और जरूरत के अनुसार पानी के साथ मिलाएं। लेकिन अगर आपके पेट में एसिडिटी की समस्या है, तो आपको सिरके का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

Q.क्या सिरका आपको बीमार कर सकता है?

सिरके का सेवन ज्यादा मात्रा में किया जाए तो यह बीमारी का कारण बन सकता है। ज्यादा सिरके का सेवन करने से आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा कम हो सकती है और इससे आपको दस्त, उलटी आदि समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए आपको सिरके का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए और ज्यादा सिरके का सेवन से बचना चाहिए।

यह भी पढ़ें-

धनिया पाउडर का उपयोग

हींग खाने से क्या होता है?

Rate this post

Leave a Comment